कोरोना लॉकडाउन :- केरेला VS कोरोना वायरस। जानिए किसने मारी बाज़ी ?
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Tough Fight Between Kerala VS corona |
क्या लगता हे किसको मिलेंगी धोबी पछाड़ ? केरेला या कोरोना वायरस . यह जानने के लिए जुड़े रहे India Coverage के साथ।
जब देश में हर तरफ कोरोना अपना ठाठ जमाना चाहता हे तब देश में एक ऐसा भी राज्य हे की जहा पर कोरोना मुँह के बल गिरा हे और नंबर ऑफ़ केश तेजी से नीचे जा रहे हे। उस राज्य का नाम है केरेला ।
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Graph of Corona Case In Kerela |
लेकिन केरेला का मॉडल इसलिए इतना सक्सेसफुल दिखाई पड़ता हे क्योकि यह एक ऐसा स्टेट हे की जहां एक समय कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज़ थे। लेकिन आज Most Successful राज्य बन चुका हे। May 9 में Growth Rate Of New infection केरेला में 0. 1 % है।
केरेला गवर्मेंट ने क्या फैसले लिए की जिससे आज केरेला ने कोरोना को मात दी है ? इस बात को जानने से पहले हमें केरेला की Health Care System को जानना जरूरी है।
केरेला Heath Care System :-
देश में लोगो का स्वास्थय केसा हे यह जानना बेहद अहम् हे क्योकि '' जान हे तो जहाँंन हे ''देश का विकास और समृद्धि तभी मुमकिन हो सकेगी की जब देश के नागरिको का स्वास्थय अच्छे से अच्छा हो। देशवासियो के स्वास्थय का ख्याल रखने का ज़िम्मा '' निति आयोग '' ने उठाया हे। वह लोगो ने एक Health Index बनाया हे की जिससे लोगो के स्वास्थय का अनुमान आसानी से लगाया जा सके। उसमे 23 पैरामीटर को ध्यान में रख कर इन्डेक्स निकाला गया हे।
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Niti Ayog Of India |
2019 Health Index के मुताबिक केरेला नंबर - 1 पर हे क्योकि केरेला अपने राज्य के स्वास्थ्य पे दूसरे राज्य की तुलना में सबसे ज्यादा पैसा खर्च करता हे । दोस्तो
केरला अपनी GDP के 5 % से ज्यादा पैसे अपने हेल्थ पर खर्च करता हे की जो बाकी राज्यो से बोहोत ज्यादा है ।
दोस्तो आप नीचे इंडिया ओर बाकी कुछ देशों के GDP कि तुलना को देख सकते हो।
उपर आपने फोटो में देखा कि इंडिया की GDP बाकी देशों से बोहोत कम है। अब बाकी Developed देशो की तुलना देखे तो 4 % से ले कर 9. 5 % जितना खर्च अपने देश की Health को सुधार ने में लगाती हे। साथ साथ हमारे यानी भारत देश में डॉक्टर की संख्या काफी कम हे। WHO (World Health Origination) के मुताबिक हर देश में 1000 देश वासियो / 1 डॉक्टर होना चाहिए। पर आज इंडिया में 1445 देश वासियो / 1 डॉक्टर हे। पर भारत के केरेला में 507 देश वासियो / 1 डॉक्टर हे। नीचे दिए गए टेबल में भारत के दूसरे राज्य के डॉक्टर की संख्या पर नज़र डाल सकते हे।
STATES
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PEOPLE PER DOCTOR
|
Tamil
Nadu
|
253
|
Delhi
|
334
|
Karnataka
|
507
|
Kerala
|
535
|
Goa
|
713
|
Punjab
|
789
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Corrective Decision Taken By Kerala Government :-
केरेला गवर्मेन्ट ने कोन से इसे काम अमल में लिए की जिससे कोरोना को मात देने में केरेला पूरी तरह से उभर पा रहा हे तो आइए में आपको अभय शुक्ला की कही गई बातो पर गौर करवाना चाहता हु। की जो Public Health Specialists हे। तो चले शुरू करे।
1. Testing + Isolation :-
मुझे पता हे की आप यह सोच रहे हे की Testing + Isolation सभी राज्य ने किया हे। पर थोड़ा धैर्य रखिये और नीचे एक बार पढ़ लीजिये ।
सभी राज्य में मार्च महीने में ट्रावेलर्स आ रहे थे तब केरेला में बड़े स्तर पे उन लोगो का टेस्टींग और स्क्रीनिंग शुरू कर दिया था। बाद में अगर कोई पोज़िटिव हो तो उसे आइसोलेट करते थे। जब केरेला राज्य में पहला केश दिखा तब से उन लोगो ने टेस्टिंग और आइसोलेशन की प्रक्रिया पर पूरा ध्यान देना शुरू कर दिया।
केरला राज्य के पास एक बहुत बड़ा प्लस पॉइन्ट है की जो देश के कीसी भी राज्य एवं शहर के पास नहीं हे। केरेला के पास उनकी मजबूत ग्रामीण परिषद , असरकारक लोकशाही संस्कृति , ओर लोगो की जागरूकता की जिसके कारण लोग अपना टेस्टिंग सामने चल कर करवा रहे थे क्योकि वहा साक्षरता और स्वास्थय पर राज्य के लोगो का भरोसा हे।
2. Contact Tracing :-
केरेला की सरकार ने दूसरा बड़ा कदम यह उठाया की जिन लोगो का कोरोना पॉजिटिव आया हे वह किन किन लोगो से मिले थे। कहा मिले थे वह माहिती निकाल कर कोन्टेक को ढूंढ लिए और जो जो लोग कोरोना पॉजिटिव लोगो के संपर्क में आये उसे भी होम कोरन्टाइन किया गया।
इसको करने में केरेला सरकार ने ग्राम पंचायत की मदद ली और उस पंचायत में केरेला सरकार के भी 100 लोगो को जोड़ कर तेजी से काम आगे बढ़ाया गया।
3. Home Quarantine :-
कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोग और उनके संपर्क में आये गए लोगो को होम कोरन्टाइन किया और वह भी पूरे 14 दिनों तक। उसके बाद भी उन लोगो का फिर से टेस्ट किया गया और उससे फॉलो उप भी डे बाई डे लिया गया की जिससे कोई संभावना ना रहे। इस तरह से केरेला सरकार ने शुरू में ही संक्रमण की चेन को तोड़ दी।
4. Taking Care Of Migrant Worker :
केरेला सरकार उनके राज्य में आये हुए कामदारो को बहुत सम्मान से '' महेमान कामदार '' समझ ती हे।
जब किसी भी कामदार की जरुरियात पूरी न हो तभी वह अपने राज्य में जाने की मांग करेंगा। तभी केरेला सरकार ने कामदारों को सभी सुविधा मुहिया करा दी। 3 लाख कामदारो के लिए सरकार ने अपने राज्य में 18,912 केम्प लगवाए। खाने के लिए चावल , रोटी , आचार , दाल परोसी उसके साथ साथ कच्चा माल (राशन किट) भी दिया। मानो अगर कोई अपने मुताबिक पका कर खाना चाहे तो वो खा सके। इतना ही नहीं सभी राज्य के खान पान ध्यान में रख कर सब को उनके राज्य का खाना मुहिया करवाया गया।
ऐसा प्रबंध किया गया की 100 से 200 रुपये में रिचार्ज करवा सके और अपने परिवारों के साथ जुड़े रहे। उनके केम्प में 3 टाइम का खाना, चाय - बिस्किट और केरम बोर्ड के साथ साथ चेस जैसी इनडोर गेम खेलने की भी सुविधाएं मुहिया कराई गई।
सरकारी अस्पताल में 25000 तक का मुफ्त इलाज करवाने का भी जिम्मा केरला सरकार ने उठाया साथ साथ उनके बच्चो को सरकारी स्कुल में पढ़ने का प्रत्साहन दिया। अब बोलो कोन ऐसे राज्य से जाने की जिद्द करेगा? कोई भी अपनी जगह से नहीं हिलेगा की जिससे कोरोना का संक्रमण फैले।
5. Mental Motivation Of Corona Patient :-
कहते की किसी भी मरीज़ को ज़िंदा रखने के लियें दवा , दुवा और मरीज़ की खुद की जिने की तमन्ना होनी जरुरी हे। आज देश के सभी राज्य दवा और दुवा से मरीज़ को ज़िंदा रखने का प्रयास कर रहे हे पर केरेला सरकार दवा , दुवा के साथ साथ मरीज़ की खुद की जिने की तमन्ना को भी जाग्रत करने का अहम् प्रयास कर रही हे।
Corona Patient Receiving Motivation |
केरेला ने अपने 1,50,000 कोरेन्टाइन पेशन्ट के लिए 16,000 से ज्यादा टीम बनाई और वो टीम कॉल सेन्टर में बैठ कर कॉल से लोगो को मोटिवेट, खाने की आवश्यकता , मेडिकल सुविधा को होम डिलीवरी करने का काम करती थी और साथ साथ मेन्टल हेल्थ भी कॉल पर ही मुहिया कराती थी।
अब में आप को यह बताना चाहता हु की कॉल सेंटर वाली टीमों के साथ मरीज़ो का क्या वार्तलाभ हो रहा था। यह आप को सच्ची घटना के आधारित समजाता हु। पर मरीज़ का नाम और पता गोपनीय रहेगा। कॉल सेंटर वाली टीमें मरीज़ो को COVID-19 के न्यूज़ ना देखकर मनोरंजन , खेल - कूद जैसी जगह पर अपना ध्यान लगाने में प्रेरित करते हे।
70 साल के आदमी ने कॉल के जवाब में कहा की '' मेरे पास करोडो रुपये हे पर मेने अभी उन रुपियो का लिखावा नहीं किया के अगर में मर गया तो मेरे परिवार में कोहराम मच जायेगा इसी लिए मुझे उन रुपियो का लिखावा करने में सहायक बनोगे ? '' तब इनके उत्तर में कॉल सेन्टर वालो ने जवाब दिया की '' सर हम गारंटी लेते हे की आपको कुछ नहीं होगा पहले की तरह आप अपनी ज़िन्दगी फिर से जीने लगेंगे और हम आप के साथ ही हे और हमेशा रहेंगे ''
हमें कई बार मरीज़ भला बुरा कहते हे,बददुवा देते हे, चीखते चिल्लाते हे,फिर भी हम उसे धीरे धीरे समझा कर उन लोगो में जीने की तम्मना जाग्रत कर ही देते हे।ऐसा कॉल सेंटर वाली टीमो का कहना हे।
मे पूरी तरह से टूट गया था और में डॉक्टर और कर्मचारियों से झगडा करने लगा था तब उन लोगो ने कुछ दिनों के लिए मेरी माँ को अस्पताल में ला कर रख दिया पर मुझे नहीं मिलाया क्योकि मुझे मिलाने से उन्हें संक्रमण का खतरा था पर दूर से जब माँ के साथ बात चित हुई तब में रोने लगा और बाद में ठीक होने पर में माँ से मिला। यह केरेला में आया हुआ पहला मरीज़ है जिसने खुद ये सारी बाते कही थी जो चीन के वुहान शहर से लोटा था।
अभी केरेला सरकार Actor के साथ मरीज़ की बात चित करवा ने की कोशिश कर रही हे की जिससे मरीज़ को Mentally Strong बना सके। और उनके साथ साथ मरीज़ो के रूम में TV और Internet भी मुहिया करा रही हे।
केरेला सरकार के इस मिशन के साथ इंडिया फ़ुटबॉल टीम के पूर्वीय कप्तान IM Vijayan भी जुड़ गए थे और उन्होंने Migrant Worker के साथ गुफ्तगू भी की थी ।
My Opinion & Conclusion : -
- केरेला VS कोरोना में केरेला ने मारी बाज़ी, और कोरोना को मिली धोबी पछाड़।
- कोरोना के मरीज़ो को दुश्मन की तरह न ट्रीट करते हुए एक घर के सभ्य बना कर इलाज करे,की जिससे मरीज़ जल्द ही ठीक हो सके,और तभी देशवासियों सरकार के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर सहयोग करेंगे। सरकार मरीज़ को दुश्मन की तरह देखेंगे,तब तक कोरोना संक्रमण को रोक नहीं पायेगा इंडिया।" एक स्प्रींग को आप जितनी जोर से दबायेंगे इतनी ही तेजी से वह उछलेंगी ''
- Political issue को बीच में ना लाये साथ साथ Private Sector को महामारी की गंभीरता समज कर सरकार की सहायता करनी चाहिए , ना की अपने Profit के बारे में सोचे।यह मेरा Opinion हे।
- उससे यह Conclusion निकलता हे की Public Health Care System को सुधारना चाहिए और Private Sector पर से हमें हमारी Dependency को कम करना चाइये। यह मेरा Conclusion हे।
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Prohibited Private Sector |
Required Instructions :-
इंडिया में अब लॉकडाउन को करीब 50 दिन से ज्यादा हो चुका हे। पर वायरस रुकने का नाम नहीं ले रहा हे और हमारे पास उससे बचने के लिए कोई इलाज भी नहीं हे।आप नीचे दिए गए ग्राफ में देख सकते हे की वायरस देश में एक्सपोनेंश्यली बढ़ रहा हे। मेरा लोगो से यह सुझाव हे की अपनी इम्युनिटी बढाईये की जिससे आप, आपका परिवार, समाज और देश कोरोना की चैन को ब्रेक करने में सफल हो सके।
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