Types of Belt in Machine in Hindi। बेल्ट कितने प्रकार के होते है।
What is belt & belt drive in Hindi ?
बेल्ट और बेल्ट ड्राइव जब दो पुली के बीच में पॉवर को ट्रांसमिट करना हो तब उपयोग किया जाता है बेल्ट और बेल्ट ड्राइव को उनकी पावर ट्रांसमिटिंग कैपेसिटी मटेरियल के आधार पर विभाजित किया जा सकता है जनरली बेल्ट को तीन प्रकार में विभाजित किया जाता है
1. Flat belt
2. V- belt
3. Circular / Round Belt
4. Timing / Toothed Belt
• Flat belt
फ्लैट बेल्ट का cross-sectional रैक्टेंगुलर (Rectangular) आकार का होता है। जब मध्यम मात्रा में पॉवर का ट्रांसलेट करना हो तब फ्लैट बेल्ट का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर हर जगह फ्लैट बेल्ट का ही प्रयोग होता है। जैसा कि फैक्ट्री ( Factories) और वर्कशॉप (Work Shop)। एक Pulley से दूसरे Pulley का अंतर (Distance) 8 मीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए, तभी फ्लैट बेल्ट कारगर साबित होती है।
Flat belt |
Advantages of Flat Belt in Hindi
- फ्लैट बेल्ट की बनावट ( Manufacturing) आसान होती है।
- फ्लैट बेल्ट की क़ीमत (Cost) दूसरे बेल्ट की तुलना (Comparison) में कम होती है।
- फ्लैट बेल्ट ज्यादा वज़न (High Load) सहन करने की क्षमता रखता है।
- फ्लैट बेल्ट में Slip और Creep देखने को मिलता है और इसके कारण पॉवर का लॉस भी ज्यादा होता है।
- फ्लैट बेल्ट ड्राइव में कांस्टेंट वेलोसिटी रेशों (Constant Velocity Ratio) देखने को नहीं मिलता।
- इस बेल्ट का प्रयोग कम डिस्टेंस के लिए नहीं किया जा सकता।
- यह बेल्ट ज्यादा नॉइज प्रोड्यूस करता है।
- फ्लैट बेल्ट में Mechanical Efficiency कम देखने को मिलती है।
• V-belt
V-belt का cross-sectional भाग trapezoidal आकार का होता है। और इस बेल्ट का प्रयोग Grooved वाली पुली में किया जाता है। यह बेल्ट भी मध्यम मात्रा में पावर को ट्रांसमिट करने के लिए किया जाता है । इस बेल्ट का इस्तेमाल ज्यादातर फैक्ट्री और वर्कशॉप में किया जाता है। लेकिन दोनों पुली एक दूसरे से काफ़ी नजदीक होनी चाहिए। यानी कि जब दो पुली के बीच का सेंटर डिस्टेंस ( Centre Distance) कम होता है तब यह बेल्ट कारगर साबित होता है।
V-बेल्ट ड्राइव |
Advantages of V-Belt in Hindi
- इस बेल्ट का प्रयोग कम डिस्टेंस में पॉवर को Transmit करने में किया जाता है।
- V-बेल्ट ड्राइव में कम Slippage देखने को मिलती है। और Alignment का Problem भी कम देखने को मिलता है।
- V- बेल्ट की मदद से हाई स्पीड (High Speed) में पॉवर का Transmission किया जा सकता है।
- V-Belt का प्रयोग कम और ज्यादा दोनों स्पीड के रूप में किया जाता है। जैसा कि लेथ मशीन (Lathe Machine) और ड्रिलिंग मशीन ( Drilling Machine)
Disadvantages of V-Belt in Hindi
- इस बेल्ट की कीमत फ्लैट बेल्ट की तुलना में ज्यादा होती है।
- जब लंबे अंतराल (Long Distance) पर power का transmission करना होता है। तब इस बेल्ट का प्रयोग नहीं किया जाता। जो इस बेल्ट का सबसे बड़ा Disadvantage है।
• Circular / Round belt
जब ज्यादा पॉवर का Transmission करना हो तब round / Circular बेल्ट का इस्तेमाल किया जाता है। और जब दोनों पुली के बीच का सेंट्रल डिस्टेंस (Center Distance) 8 मीटर से ज्यादा होता है तब Circular Belt कारगर साबित होता है।
Advantages of Circular/ Round Belt in Hindi
- इस belt की Mechanical Efficiency ज्यादा होती है। लगभग 95% जितनी होती है।
- इस बेल्ट की Cost कम होती है।
- सर्कुलर बेल्ट कम Wear होता है।
- इस बेल्ट का उपयोग ज्यादा डिस्टेंस में पॉवर का ट्रांसमिशन करना हो तब किया जाता है।
Disadvantages of Circular/Round belt in Hindi
- इस बेल्ट में Slippage देखने को मिलता है।
• Timing / Toothed Belt
टाइमिंग बेल्ट में एक प्रकार के Teeth बने होते हैं। जो Toothed pulley में Fit किए जाते हैं। और इस बेल्ट को पॉजिटिव ट्रांसफर बेल्ट ( Positive transfer belt) भी कहा जाता है।
Timing belts |
Advantages of Timing/Toothed Belt in Hindi
- इस बेल्ट ड्राइव में Slippage देखने को नहीं मिलता।
- यह बेल्ट कम Noise Produce करता है।
- इस बेल्ट की Mechanical Efficiency बहुत ज्यादा होती है। लगभग 98% जितनी होती है।
- यह बेल्ट कांस्टेंट वेलोसिटी रेशों (Constant Velocity Ratio) प्रदान करता है।
Disadvantages of Timing/Toothed Belt in Hindi
- इस बेल्ट की क़ीमत दूसरे बेल्ट की तुलना में ज्यादा होती है।
- इस ब्लेट को Initial Alignment की Requirement होती है।
0 टिप्पणियाँ