कैटेलिटिक कनवर्टर का इतिहास / History of catalytic converters
पहेली बार कैटेलिटिक कनवर्टर को अमेरिका में पहचाना गया था और वाहा से उसका नाम दुनिया भर में प्रसिद्ध हुआ था।
कैटेलिटिक कनवर्टर का invention ख़ोज 1950 में अमेरिका के यूजीन हाउड्री (Eugene Houdry) ने की थी जो एक फ्रेंच केमिकल इंजीनियर थे।
Catalytic Converters किसे कहा जाता हे।
Catalytic converter एक exhaust emission control यंत्र हे जो टॉक्सिक गैस को कम टॉक्सिक गैस में कन्वर्ट करता हे। आम तौर पर catalytic converters का प्रयोग internal combustion engines ( जो gasoline या diesel के रुप में होते हे) उसमे या lean burn इंजन में किया जाता हे। और कभी कभी इसका इस्तेमाल heaters और stoves में भी किया जाता हे।
What is Catalytic Converter in Hindi कैटेलिटिक कनवर्टर किसे कहा जाता हे।
catalytic converters का इस्तेमाल सबसे ज्यादा automobile में exhaust systems में किया जाता हे। इसके आलावा इनका प्रयोग Forklift, Buses, Trucks, motorcycles, Electrical generator और माइनिंग के साधनो में किया जाता हे। कभी कभी इनका प्रयोग wood stoves में भी emission को control करने के लिए किया जाता हे। और catalytic converters का इस्तेमाल ना केवल इंसानो के health के लिए अच्छा हे बल्कि एनवायरनमेंट के लिए भी बेहद लाभ कारक हे
Automobile में कैटेलिटिक कनवर्टर का इस्तेमाल क्यू किया जाता है।
How Catalytic Converter works कैसे काम करता है कैटेलिटिक कन्वर्टर्स
Engine के धुएँ में मुख्य 3 प्रकार के पदार्थ होते हे जिसमे Carbon(C) ,Monoxide (CO),NO,NO2 जैसे नाइट्रोजन के ऑक्साइड और unburned hydrocarbons शामिल होते हे। इन सभी अप्रदूषक गैसों को प्रदूषण-रहित गैसों में कन्वर्ट करना ही कैटेलिटिक कनवर्टर का काम है।
आज के आधुनिक गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाला कैटेलिटिक को थ्री-वे कैटेलिटिक कनवर्टर कहा जाता हे। जबकि पहले टू-वे कनवर्टर का प्रयोग किया जाता था। जो केवल कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) और हाइड्रोकार्बन कंपाउंड्स को कनवर्ट करते थे।
अभी इस्तेमाल होने वाले कैटेलिटिक को इसलिए थ्री-वे कहा जाता हे क्योंकि इसके अंदर मुख्य तीन कार्य होते हैं।
1 ] कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) को ऑक्सीडेशन [Oxidation] या ऑक्सीकरण के जरिए कार्बन डाईऑक्साइड (CO2) में बदल देना।
2] अधजले हाइड्रोकार्बन (Unburned HC) यौगिकों को ऑक्सीडेशन के माध्यम से CO2 और पानी (H2O) में बदलना
3] NO2 और NO को रिडक्शन रिएक्शन [Reduction] या अवकरण के जरिए नाइट्रोजन (N2) गैस में बदलना।
कनवर्ट होने के बाद वाहन के साइलेंसर से जो प्रॉडक्ट्स वातावरण में छोड़े जाते हैं वे प्रदूषणरहित कार्बन डाईऑक्साइड, नाइट्रोजन गैस और जलवाष्प होते हैं, और इस तरह सड़क का वातावरण और हमारा परिवेश वाहन के धुएं से प्रदूषित नहीं होता।
limitations of Catalytic Converters कैटेलिटिक कनवर्टर की कमियां।
1] कैटेलिटिक कन्वर्टर्स तभी काम करता हे जब इनके अंदर की गैसों का Temperature कम से कम 300 degree Celsius हो। और temperature को इतनी degree तक ले जाने के लिए गाड़ी को चालू करके कुछ समय तक रखा जाता हे। लेकिन इस दर्मिया गाड़ी से निकलने वाला धुआँ वातावरण को और इंसान के शरीर दो को नुकशान पोहोचता हे।
2] किसी भी vehicles में ईंधन (Fuel) के रूप सीसा रहित फ्यूल यानी की unleaded fuel का इस्तेमाल होना चाहिए क्युकी अगर ऐसा नहीं होता हे तो इससे कैटेलिस्ट दूषित हो जाता हे।
दोस्तों अबतो आप बिलकुल समज ही गए होंगे की गाड़ियों में आखिर कैटेलिटिक कनवर्टर लगाना इंसानो और पर्यावरण के लिए कितना लाभ दायक होता हे। इसलिए भारत में भी 2020 से लागू किए गए BS-6 इंजन वाले Vehicles में इसका इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया गया है।
Catalytic converter की क़ीमत इतनी ज्यादा क्यू होती हे।
- Rhodium price per gram - Rs 40698
- Palladium price per gram - Rs 5477
- Platinum price per gram - Rs 2417
मुझे ये ब्लॉग बहुत पसंद आया और कैटेलिटिक कनवर्टर क्या है वह भी मुझे समज आ गया। अगर आपको और कैटेलिटिक कनवर्टर के बारे में और ज्यादा जानना हो तो आप इस ब्लॉग को भी देख सकते हो।
जवाब देंहटाएंhttps://www.hindigyaniguru.com/2022/10/Catalytic-converter-in-Hindi.html
https://www.hindigyaniguru.com/2022/10/Catalytic-converter-in-Hindi.html
हटाएं