Types of Drilling operations in Hindi


ड्रिलिंग मशीन पर होने वाले कार्य (Drilling Operations in Hindi)

आम तौर पर हम सब ऐसा सोचते है की ड्रिलिंग मशीन (Drilling Machine) पर सिर्फ ड्रिलिंग ऑपरेशन ही किया जाता है। यानी कि किसी भी मटेरियल या पदार्थ में छेद (Hole) करना। लेकिन दोस्तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। ड्रिलिंग ऑपरेशन में ड्रिलिंग के अलावा भी बोहोत से ऑपरेशन का प्रयोग किया जाता है। जिसकी लिस्ट आप नीचे देख सकते है।














Boring Operation:-

बोरिंग ऑपरेशन में किये गए होल (Hole) को और बड़ा करने के लिए इस ऑपरेशन का प्रयोग किया जाता हे। 


Reaming Operation:-

रीमिंग ऑपरेशन में किये गए Hole का accurate diameter मिलता हे। इस ऑपरेशन में एक स्पेशल टूल का प्रयोग किया जाता हे जिसे हम Reamer भी कहते हे। Reamer की मदद से हमें मन चाहे Diameter का hole मिल सकता हे। इसके साथ साथ हमें smooth surface finishing  भी मिलती हे। और Hole में किये गए Reaming operation से हमें  drilled hole की ज्यादा Accuracy मिलती हे।

इस Operation को Drilled Hole की Finishing के लिए Use किया जाता है। Reaming Operation से हमें Drilled Hole का Perfect diameter मिलता है। जिस Size के diameter की Requirement होती है Reaming Operation से वो हमको मिल जाता है Smooth Surface Finish के साथ। Reaming Operation से हमें Drilled Hole की ज्यादा अच्छी Accuracy मिलती है।


Counter Boring Operation:- 

Boring Operation में किये गए Hole के One End को बड़ा किया जाता हे। इसमें पहले किये गए Hole की तुलना में दूसरे वाले Hole का diameter बड़ा होता हे। 

इस Operation को दो Concentric Circles पर लगाया जाता है इसमें पहले से किये गये Hole के One end को Enlarge किया जाता है। इसमें Second Hole का diameter बड़ा होता है First Hole के diameter से।


Tapping Operation:-

इस ऑपरेशन में किये गए ड्रिल (Hole) में internal Thread बनाने होते हे। और ये थ्रेड बनाने के लिए special thread tool का प्रयोग किया जाता हे 

इस Operation में हम Internal Thread बनाते हैं पहले से किये गये Drilled Hole में। Threads बनाने के लिए हमें Special Tool का Use करते हैं जो हैं Tapping Tool।


Spot Facing Operation:-

इस Operation का प्रयोग drill किये गए hole की आसपास की Surface को और Hole के End को Smooth करने के लिए किया जाता हे। इस ऑपरेशन से Bolt के Head को smooth seat मिलती हे।  


Counter Sinking Operation:-

इस ऑपरेशन में किये गए Hole के अंत में एक angular और Cone Surface बनाना होता हे। और इस Hole के angle और Cone Surface को जरूरियात के हिसाब से कम या ज्यादा भी कर सकते हे।

इस Operation में  Drilled Hole के End पर Angular और Cone Surface Produce करते हैं इसमें Angle Size Depend करता हैं हमारी Requirement और Need पर की हमें कितना Angle बनाना है।


Step Drilling Operation:-

इस Operation में हम Drill Body पर एक से ज्यादा diameter बनाते हैं।


Trepanning Operation:-

इस Operation में Hollow Cutting Tool Use करते हैं जिसकी Circumference पर Cutting edge बनी होती है और ये Tool बहुत High Speed से Rotate करता है और हमारा Work Piece Solid होता है। इसमें tool का diameter कम होता हैं Work Piece के diameter से।

इसमें Drilled Tool Rotate करता हुआ Solid Work Piece को Lengthwise drilling करता है, जब Tool Contact में आता हैं और वो Work Piece को Hollow बनाता है वो हमारा Useful Product होता है

Kalpesh Solanki

नमस्कार दोस्तों, इस ब्लॉग को बनाने का मेरा मुख्य हेतु भारत के यानी मेरे देश के लोगो को हिंदी भाषा में जानकारी देना है। में ब्लॉग इसलिए लिखता हूं ताकि में लोगो को सही ओर सटीक जानकारी इंग्लिश की बजाय हिंदी में दे सकु। में किसी भी निश्चित टॉपिक पे अपना ब्लॉग नहीं बनाता। मुझे जो भी अच्छा लगता है में उसी पे ब्लॉग बनाना पसंद करता हूं। ओर कहीं बार में ऐसे भी ब्लॉग लिखना पसंद करता हूं जिसमें मुझे भी थोड़ा बोहोत सीखने को मिले। तो दोस्तो में ये उम्मीद करता हूं कि आपको भी हमारा ब्लॉग पसंद आता होगा।

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