What is Difference between Open Belt Drive and Crossed Belt Drive in Hindi।

Open बेल्ट औ्राइव और Crossed या closed बेल्ट औ्राइव के बीच का अंतर हिंदी में।


Mechanical Power transmission ą¤•ा उपयोग औ्राइवर शाफ़्ट से औ्रिवन शाफ्ट तक पॉवर को transmit करने के लिą¤ किया जाता है। Belt drive ą¤ą¤• mechanical drive में से ą¤ą¤• है, जिसमें अन्य औ्राइव जैसे कि Gear drive, Chain drive और Rope Drive ą¤•ा भी समावेश किया जाता है। जिसका उपयोग motion, Power और Torque को ą¤ą¤• शाफ्ट से दूसरी शाफ़्ट में transmit करना है।

सबसे पहले पुली को Shaft पर मजबूती से फिट किया जाता है। उसके बाद ą¤ą¤• Endless belt को पुली की Surface पर लपेटा जाता है। और बेल्ट को Sleep होने से बचाने के लिą¤ belt को tension के साऄ फीट किया जाता है। और जब Driving shaft को घुमाया जाता है तब belt की मदद से driven shaft भी घूमती है और यह सब बेल्ट और पुली के बीच के Frictional force के कारण होता है। और  इस तरह belt की मदद से पॉवर का ट्रांसमिशन ą¤ą¤• शाफ़्ट से दूसरी शाफ़्ट में किया जाता है।


जब बेल्ट बिना किसी क्रॉसिंग के ą¤ą¤• pulley की surface से दूसरी पुली की surface तक जाता है, तब उसे Open Belt Drive कहा जाता है। और हमेशा औ्राइविंग शाफ़्ट और औ्रिवन शाफ़्ट दोनो समान दिशा में घूमते है। इसके अलावा, Open belt drive में wrap angle या angle of lap हमेशा 180 ° से कम ही होता है, इस औ्राइव में पॉवर ट्रांसमिट करने की क्षमता भी कम होती है। 

जब बेल्ट ą¤ą¤• pulley के ऊपर से और दूसरी pulley के नीचे से होकर गुजरता है तब उसे Crossed Belt drive ą¤•हा जाता है। और इस तरह बेल्ट खुद ą¤ą¤• पुली से दूसरी पुली को पार करती है। यहां औ्राइविंग शाफ्ट, औ्रिवन शाफ़्ट के विपरीत दिशा ( Opposite Direction) में घूमती है। इस drive का Angle of lap भी बऔ़ा होता है। जिसके कारण ज्यादा पॉवर का transmission होता है। Open belt drive और Crossed belt drive के बीच का अंतर (Difference) नीचे टेबल फॉर्मेट में दिया गया है।




Open belt drive in hindi, open belt drive Kiya he
Open Belt drive in Hindi
                             





Crossed belt drive in hindi
Crossed belt drive in hindi
                           






Open Belt drive और Crossed belt drive के बीच क्या अंतर है।



Open Belt Drive Crossed Belt drive

ओपन बेल्ट औ्राइव में Driver pulley और Driven Pulley दोनों की रोटेशन ą¤ą¤• ही दिशा (Direction) में होती है


क्रॉस बेल्ट औ्राइव में Driver pulley 
 ą¤”र Driven Pulley दोनों की रोटेशन ą¤ą¤• दूसरे के विरुद्ध या  Opposite Direction में होती है

Open Belt Drive में ą¤ą¤• बेल्ट होता है जो दो Pulley ą¤•ी Surface को Touch करके चलता है, लेकिन यह बेल्ट ą¤ą¤• दूसरे को क्रॉस नहीं करते।

Crossed belt drive में ą¤ą¤• बेल्ट होता है जो दो pulley की Surface को touch कर के चलता है, लेकिन इसमें बेल्ट ą¤ą¤• दूसरे को क्रॉस करते हैं।

ओपन बेल्ट औ्राइव में अगर औ्राइवर और  औ्रिवन पुली का Diameter same होता है, और उनका Centre Distance भी Same होता है तो ओपन बेल्ट औ्राइव में Belt की Length crossed बेल्ट औ्राइव की तुलना में कम होती है।


क्रॉस बेल्ट औ्राइव में अगर औ्राइवर और औ्रिवन पुली का Diameter same होता है और Centre Distance भी same होता है तो open belt drive कि तुलना में बेल्ट की रिक्वायरमेंट  इस औ्राइव में ज्यादा होती है।

बेल्ट और पुली के बीच का Angle of Lap या Contact angle या Wrap angle छोटा होता है। और छोटी पुली में 180 औिग्री से कम होता है।

बेल्ट और पुली के बीच का Angle of Lap या Contact angle या Wrap angle ą¤¬ą¤”़ा होता है। और छोटी पुली में 180 औिग्री से ज्यादा होता है। यानी बऔ़ा होता है।


अगर औ्राइवर और औ्रिवन शाफ़्ट Horizontal और अगर ऄोऔ़ी inclined हो तो वैसे में ओपन बेल्ट औ्राइव का इस्तेमाल किया जाता है।


अगर औ्राइवर शाफ़्ट और औ्रिवन शाफ़्ट दोनो ą¤ą¤•ą¤¦ुसरे के Horizontal, Verticle या inclined  औायरेक्शन में हो तब क्रॉस बेल्ट औ्राइव का प्रयोग करना जरूरी हो जाता है।



ओपन बेल्ट औ्राइव में Frictional Grip क्रॉस बेल्ट औ्राइव की तुलना में कम होती है।




इस बेल्ट औ्राइव की Frictional Grip ओपन बेल्ट औ्राइव की Frictional Grip से ज्यादा होती है।

क्रॉस बेल्ट औ्राइव की तुलना में ओपन बेल्ट औ्राइव में पॉवर ट्रांसमिशन (Power transmission) कम होता है क्योंकि इस औ्राइव का Wrap angle या Angle of Lap छोटा होता है।

क्रॉस बेल्ट औ्राइव का Wrap angle or angle of lap ज्यादा होता है। इसलिą¤ इस औ्राइव में पॉवर का ट्रांसमिशन (power transmission) ओपन बेल्ट औ्राइव की तुलना में ज्यादा होता है।


ओपन बेल्ट औ्राइव में बेल्ट औ्राइव के ऑपरेशन, हर ą¤ą¤• रोटेशन में बेल्ट same प्लेन में होता है।



क्रॉस बेल्ट औ्राइव में बेल्ट औ्राइव का ऑपरेशन, हर ą¤ą¤• रोटेशन में बेल्ट दो Different plane  में bend होता है।

Open belt drive में बेल्ट और पुली के बीच का Surface contact क्रॉस बेल्ट औ्राइव की तुलना में कम होता है।




क्रॉस बेल्ट औ्राइव में बेल्ट और पुली के बीच का Surface contact ओपन बेल्ट औ्राइव के Surface contact से ज्यादा होता है।


Kalpesh Solanki

नमस्कार दोस्तों, इस ब्लॉग को बनाने का मेरा मुख्य हेतु भारत के यानी मेरे देश के लोगो को हिंदी भाषा में जानकारी देना है। में ब्लॉग इसलिą¤ लिखता हूं ताकि में लोगो को सही ओर सटीक जानकारी इंग्लिश की बजाय हिंदी में दे सकु। में किसी भी निश्चित टॉपिक पे अपना ब्लॉग नहीं बनाता। मुą¤े जो भी ą¤…ą¤š्छा लगता है में उसी पे ब्लॉग बनाना पसंद करता हूं। ओर कहीं बार में ऐसे भी ब्लॉग लिखना पसंद करता हूं जिसमें मुą¤े भी ऄोऔ़ा बोहोत सीखने को मिले। तो दोस्तो में ये उम्मीद करता हूं कि आपको भी हमारा ब्लॉग पसंद आता होगा।

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