स्प्रोकेट और गियर के बिच क्या अंतर हे ?
दोस्तों Gears & Sprocket का use machine (मशीन ) के अंदर Power को Transmit करने में होता हे। लेकिन ये दोनों Mechanical Device का प्रयोग अलग अलग machine के parts में किया जाता हे।
अगर आम तोर पर देखा जाए तो स्प्रोकेट और गियर में कोई ख़ास अंतर नहीं हे। फिर भी लोगो को इसके बिच का अंतर समझने में दिक्कत होती हे क्यों की स्प्रोकेट और गियर का Look एक जैसा ही दीखता हे।
और दोनों Mechanical Device के Wheel की Design भी एक जैसी दिखती हे। और दोनों (पहिये) Wheel के उपर Teeth यानी की दांते लगे होते हे। इस वजह से लोगो को Gears और Sprocket के बिच का अंतर समझने में थोड़ी दिक्कत जरूर होती हे।
अगर आपको Gear और Sprocket के बिच का Difference जानना होतो उससे पहले आपको स्प्रोकेट क्या होता हे और गियर क्या होता हे उसके बारे में जानना होगा तो चलिए जानते हे।
What is Gear ? गियर क्या होता हे ?
Gears |
गियर एक घूमती हुई गोलाकार मशीन वाला हिस्सा होता है जिसमें कटे हुए दांते होते हैं, जब एक दांतेदार गियर को दूसरे दांतेदार वाले गियर के साथ सम्मिलित किया जाता हे तब दोनों गियर एक दूसरे की Opposite direction में घूमते हे और Rotational Movement प्रदान करते हे और Torque संचारित करते हे।
हम Gear की Size को बदलकर Torque या Speed को कम या ज्यादा भी कर सकते हे।
What is Sprocket ? स्प्रोकेट क्या हे ?
Chain and Sprockets |
स्प्रोकेट एक दांतो वाला जालीदार पहिया होता हे, जो की एक चैन, ट्रैक या अन्य छिद्रित या इंडेक्स सामग्री के साथ मेष (जुड़ा) होता है। Sprocket और Gear की Design में कोई अंतर नहीं होता हे क्यों की दोनों में Wheel और Teeth लगे होते हे।
लेकिन Sprocket की डिज़ाइन कुछ इस तरह से की जाती हे की जिसमे स्प्रोकेट के Teeth एक दूसरे के साथ interlock नहीं होते बल्कि इनकी डिज़ाइन कुछ इस प्रकार से की जाती हे की जिस से स्प्रोकेट के Teeth Chain या belt में अच्छे से fit हो सके
Example of Cycle
अगर आपने Cycle के Wheel को ध्यान से देखा हो तो आप समझ सकते हे की साइकिल में गियर नहीं होते हे। बल्कि उसमे दो स्प्रोकेट लगे होते हे जो एक Chain के Slot में फिट होते हे। और गति को एक स्थान से दूसरे स्थान में ट्रांसफर करते हे।
एक और बात ध्यान में रखने वाली ये भी हे की जब sprockets घूमते हे तो दोनों स्प्रॉकेट्स एक ही direction में घूमते हे जबकि Gears में ऐसा नहीं होता हे वो एक दूसरे की Opposite Direction में घूमते हे।
Differences Between Gears & Sprocket
Gears | Sprocket |
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दो गियर के दाते एकदूसरे के साथ interlock होते हे और Power Transmit करते हे। | Sprockets के Teeth एकदूसरे के साथ interlock नहीं होते बल्कि वो chain या belt के slot में fit होते हे |
गियर्स में दो गियर opposite direction में घूमके Torque पैदा करते हे। | स्प्रोकेट में दो स्प्रोकेट एक ही direction में घूमके power Transmit करते हे। |
Gears किसी भी axis में motion को transmit कर सकते हे। | जबकि sprockets सिर्फ parallel axis में ही motion को transmit कर सकते हे। |
गियर्स में आप multiple यानी की एक से अधिक गियर का use कर power transmit कर सकते हे। | sprockets में generally 2 sprockets और एक chain का combination कर के torque generate किया जाता हे। |
अगर machine के working के दौरान gear के कोई teeth damage या ख़राब हो जाते हे तो थोड़ी बोहोत efficiency loss होने का खतरा होता हे पर gears system पूरी तरह से बंध नहीं होता। | अगर स्प्रोकेट की बात करे तो अगर स्प्रोकेट के एक या एक से अधिक टीथ (Teeth) damaged या ख़राब हो जाता हे तो उसकी वजह से chain के उतर जाने का खतरा बना रहता हे और ऐसा होने पर पूरा Mechanical system block हो सकता हे। |
Gears लगभग सभी mechanical system के अंदर इस्तेमाल किये जाते हे जैसे की motors, vehicles,और Yarn Twisting मशीन में TPM set करने में भी किया जाता हे। | Sproct वाहा use किया जाता हे जहा machine में gears लगाना unsuitable हो। chain & Sprocket का Use Cycle के आलावा और भी बोहोत जगह पर होता हे। जैसे की Tanks & Bulldozers |